
कटनी। एक तरफा प्रेम में पड़े सिरफिरे आशिक को प्रेमिका का रिजेक्शन इस कदर नागवार गुजर की वह इंतकाम की आग में दरिंदा बन गया। प्रेम में नाकाम सिरफिरे आशिक ने प्रेमिका को अकेला पाकर हथियार के दम पर उसका अपहरण किया और फिर जंगल में ले जाकर कई घंटे तक उसके साथ गलत काम किया। देर रात जब वह पेट की आग बुझाने प्रेमिका के हाथ पांव बांध कर भोजन की तलाश में निकला तो प्रेमिका की चीख पुकार सुनके पुलिस वहां आ धमकी और किसी तरह प्रेमिका को बचाया जा सका। इससे पहले की पुलिस आरोपी प्रेमी तक उसे पकड़ पाती वह रफूचक्कर हो गया।
पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक थाना कैमोर पुलिस द्वारा संडे मार्केट दुर्गा मंदिर की सीढ़ियों से पीड़िता को चाकू दिखाकर जंगल में ले जाकर गलत काम करने की घटना गत 8 मार्च को प्रकाश में आई थी। पीड़ित युवती ने थाने पर रिपोर्ट किया था कि 7 मार्च की शाम 6 बजे जब वह घर वापस जा रही थी इसी बीच संडे मार्केट दुर्गा मंदिर की सीढ़ियों के ऊपर एक अज्ञात आरोपी उसे पकड़कर चाकू दिखाकर जंगल में ले गया व जबरदस्ती बुरा काम किया। युवती से दुराचार करने के बाद आरोपी उसका हांथ पैर बांधकर मोबाइल फोन लेकर भाग गया।
पीड़िता भी नहीं पहचान पाई
पुलिस के मुताबिक जिस जगह से युवती का अपहरण किया गया वहां पर काफी अंधेरा था, इसके साथ ही आरोपी ने चेहरे पर नकाब भी लगा रखा था। इसी वजह से पीड़िता आरोपी को ठीक तरह से देखा नहीं पाई थी। पीड़िता द्वारा बताए गए हुलिए के आधार पर एसडीओपी केपी सिंह एवं थाना प्रभारी कैमोर सुदेश सुमन की अगुवाई में टीम गठित कर अज्ञात आरोपी की तलाश शुरू की गई।
नागपुर हो गया था फरार
आरोपी घटना को अंजाम देने के बाद नागपुर भाग गया था। पीड़ित युति द्वारा बताए गए हुलिए के आधार पर विजयराघवगढ़ एसडीओपी एवं थाना प्रभारी ने उसकी क्षेत्र में तलाश शुरू की। सिर्फ हुलिए के आधार पर आरोपी को खोजना जैसे भूसे के ढेर में सुई खोजने जैसा था। इसके बाद भी पुलिस आरोपी को तलाश करती रही। संदेह के आधार पर जब चंद्रभान कोरी उर्फ सलीम पिता स्व दशरथ कोरी उम्र 23 साल निवासी ग्राम धनवाही थाना बदेरा ज़िला मैहर का मोबाइल रिकार्ड जांचा गया तब पुलिस को उसकी गतिविधियां ठीक नहीं लगी। उसे नागपुर से अभिरक्षा में लेकर पुलिस ने जब पूछताछ की तो उसने जुर्म घटित करना स्वीकार किया। आरोपी से घटना के समय उपयोग किए गए चाकू व पीड़िता का मोबाइल फोन जप्त किया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।